Monday 29 November 2010

''राखी खुशियों का उपहार'


रेशम की डोरी से बंधा है

भाई बहन का प्यार ,

खुशियों का उपहार है ये

राखी का त्यौहार,

धागों का बंधन है ये

जन्मों का संस्कार,

भाई-बहन के प्रीत के साखी

राखी के दो तार,

बहनों का अरमान यही

हो भैया का सुखी संसार,

और भाई की चाहत इतनी

खुश हो बहना का परिवार,

बहन नहीं जिस भाई की

तो उसका सूना है त्यौहार,

वो बहना भी है अधूरी

जिसे न मिले भाई का प्यार

प्रीत का बंधन रक्षा बंधन

कभी ये बंधन छूटे ना,

भाई बहन की पवित्र दुनियां में

कोई सपना टूटे ना,

युगों -युगों तक चलता रहेगा

राखी का पावन त्यौहार,

इस धरती पर अमर रहे सदा

भाई-बहन का प्यार.

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