उसने जब हमको तडफाया तो हम टूट गए
फिर जब उसने टूट के चाहा तो हम रूठ गए,
ना वो भूले ना हम भूले मगर, ख़ामोशी से ,
प्रीत और विश्वास के बंधन धीरे-धीरे टूट गए
'' रैन''
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