ठोकर लगी हमें जिस पत्थर से
उसी को अपना खुदा माना,
हर ठोकर ने राह दिखाई
जीने का सबब जाना,
जब-जब दिल पर तीर चला
रामबाण हमने माना,
हर दर्द बना हमदर्द हमारा
खुशियों का सबब जाना..
रेनू जी, बहुत सुन्दर कविता है "खुशियों का सबब जाना"
जब-जब दिल पर तीर चलारामबाण हमने माना,हर दर्द बना हमदर्द हमाराखुशियों का सबब जाना..इस जज्बे को प्रणाम... वाह
aap na bhout he badiya bhat kai ha
wonderful and really true comments for everyone's life
thanx..pawan diman ji, ambalal ji, vinod vaishnav ji..bahut shukriya aap sabhi ka
aabhar raj ji...
रेनू जी, बहुत सुन्दर कविता है "खुशियों का सबब जाना"
ReplyDeleteजब-जब दिल पर तीर चला
ReplyDeleteरामबाण हमने माना,
हर दर्द बना हमदर्द हमारा
खुशियों का सबब जाना..
इस जज्बे को प्रणाम... वाह
aap na bhout he badiya bhat kai ha
ReplyDeletewonderful and really true comments for everyone's life
ReplyDeletethanx..pawan diman ji, ambalal ji, vinod vaishnav ji..bahut shukriya aap sabhi ka
ReplyDeleteaabhar raj ji...
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