चेहरे पर मुस्कान बिखेरे
दर्द तो दिल में रहता है,
लब रहे खामोश मगर
अंदाज़ तो सब कुछ कहता है,
हंसती हुई पलकों में भी
गम का बादल रहता है,
तूफ़ानी मंज़र से गुज़र कर
दर्द का दरियाँ बहता है,
तपकर दर्द के शोलों में
अरमां दिल का निखरता है,
दर्द के आंसू की स्याही से
हर शब्द कविता बनता है....
दर्द को बहुत अच्छे से कविता में उतार दिया आपने...
ReplyDeleteदर्द के आंसू की स्याही से
ReplyDeleteहर शब्द कविता बनता है.
सुंदर भावाव्यक्ति अच्छी लगी...
हर शब्द में गहराई, बहुत ही सुंदर भावाव्यक्ति
ReplyDeletethanx pooja ji, sunil ji, sanjay ji
ReplyDeleteरेनू जी आपकी कविता ''दर्द कविता रचता है'' दिल में तीर के तरह उतर गयी, इसका जवाब शायद यह हो सकता है:
ReplyDeleteसपने सारे अपने तोड़ कर बैठे हैं,
दिल का अरमान छोड़ कर बैठे हैं,
अब ना कीजिये हमसे वफ़ा की बातें,
अभी दिल के टुकड़े जोड़ कर बैठे हैं..!
thanx.....
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