Wednesday, 10 August 2011

दर्द ही जिंदगी के उपहार हो जाये...

दर्द से हमे इस कदर प्यार हो जाये

कि फिर मौत का भी भय न रह जाये

जिंदगी जिये दर्द की सौगात समझकर

कि सिवा दर्द के कुछ और न रह जाये

जिंदगी का यूँ मौत से दीदार हो जाये

कि सामना हो जब तो पहचान हो जाये

दर्द यूँ समेटे खुशियों के आँचल में कि

ये दर्द ही जिंदगी का उपहार हो जाये...

No comments:

Post a Comment